Gold Price Today:दिल्ली के सर्राफा बाजार में आज एक बार फिर सोने की चमक सबको चौंका रही है। जहां कुछ महीने पहले तक सोने के दाम 90,000 के आसपास थे, वहीं अब 10 ग्राम गोल्ड ₹98,100 के नए शिखर पर पहुंच चुका है। यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि आम आदमी से लेकर निवेशकों तक के मन में कई सवाल खड़े कर रहा है—क्या यह सही समय है सोना खरीदने का? क्या आगे और तेजी आएगी? और आखिरकार, इतनी तेजी क्यों हो रही है?
इस लेख में हम इन्हीं सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। साथ ही, आपको बताएंगे कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऐसे कौन-से कारण हैं जो सोने की कीमतों को आसमान तक ले जा रहे हैं।
दिल्ली में गोल्ड प्राइस का हाल
दिल्ली के सर्राफा बाजार में आज 24 कैरेट शुद्ध सोने का रेट ₹98,100 प्रति 10 ग्राम रिकॉर्ड किया गया है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड की कीमत भी ₹89,900 के आसपास बनी हुई है। चांदी की बात करें तो उसमें भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है और इसकी कीमत ₹1,200 प्रति किलो तक बढ़ी है।
कैरेट | 1 ग्राम | 8 ग्राम | 10 ग्राम |
---|---|---|---|
24K | ₹9,810 | ₹78,480 | ₹98,100 |
22K | ₹8,985 | ₹71,880 | ₹89,850 |
18K | ₹7,225 | ₹57,800 | ₹72,250 |
(कीमतें जीएसटी और अन्य शुल्कों को छोड़कर हैं, स्थानीय ज्वैलर्स से पुष्टि करें)
सोने की कीमतों में तेजी के पीछे के 5 बड़े कारण
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की डिमांड में इजाफा
वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता जैसे-जैसे बढ़ती है, वैसे-वैसे निवेशक सुरक्षित विकल्प की तलाश में सोने की ओर रुख करते हैं। इस समय अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की आशंका फिर से गहराती दिख रही है, जिससे सोने की डिमांड में उछाल आ रहा है।
2. डॉलर में कमजोरी
डॉलर इंडेक्स में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो अन्य करेंसी में सोना खरीदना सस्ता हो जाता है। इससे अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की रुचि बढ़ती है और कीमतें ऊपर जाती हैं।
3. ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावना जताई गई है। जब ब्याज दरें घटती हैं, तो बैंकों में पैसा रखने से मिलने वाला रिटर्न कम होता है। ऐसे में लोग सुरक्षित और लाभकारी निवेश के तौर पर गोल्ड की ओर आकर्षित होते हैं।
4. भू-राजनीतिक तनाव
ईरान, रूस और यूक्रेन जैसे देशों के हालात, साथ ही तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जैसी बातें निवेशकों को असुरक्षित महसूस करवा रही हैं। सोना हमेशा से ही ‘सुरक्षित निवेश’ माना गया है, और ऐसे समय में इसकी ओर रुझान बढ़ता है।
5. भारतीय बाजार में शादी और त्योहारों का सीजन
भारत में अप्रैल और मई के महीने शादी-ब्याह के मौसम माने जाते हैं। इसके अलावा अक्षय तृतीया और अन्य पर्वों के चलते सोने की मांग में तेजी देखी जा रही है। इससे घरेलू बाजार में भी दामों में उछाल आया है।
निवेश के नजरिए से सोने की बढ़ती कीमतें क्या संकेत देती हैं?
सोने की कीमतों में इतनी बड़ी तेजी यह दर्शाती है कि बाजार में अनिश्चितता अधिक है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह तेजी निकट भविष्य में जारी रह सकती है। हालांकि निवेश से पहले व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति और गोल्ड की दीर्घकालिक प्रवृत्तियों को ध्यान में रखना जरूरी है।
अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो यह समय SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए गोल्ड में निवेश करने के लिए उपयुक्त हो सकता है। सोने में निवेश अब सिर्फ फिजिकल गोल्ड तक सीमित नहीं रहा; आप गोल्ड ETF, गोल्ड म्यूचुअल फंड या डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्पों को भी आजमा सकते हैं।
आम आदमी पर इसका क्या असर पड़ेगा?
जहां निवेशक इसे एक अवसर के रूप में देख सकते हैं, वहीं आम आदमी के लिए यह थोड़ी चिंता की बात भी है। शादी के घरों में गहनों की खरीद अब पहले की तुलना में और महंगी हो गई है। छोटे व्यापारियों और कारीगरों पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है क्योंकि ग्राहक अब सोच-समझकर खर्च कर रहे हैं।
क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा?

यह सवाल बहुत आम है—”क्या अभी गोल्ड खरीदें?” विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आप अल्पकालिक लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, तो थोड़ा रुकना बेहतर होगा। लेकिन अगर आपकी योजना लंबी अवधि की है और आप पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई करना चाहते हैं, तो धीरे-धीरे निवेश करना बेहतर रहेगा।
सोने की ऐतिहासिक रुझान

यदि हम पिछले 10 सालों की बात करें, तो गोल्ड ने औसतन 9-10% का रिटर्न दिया है। 2013 में जहां इसकी कीमत ₹30,000 प्रति 10 ग्राम के करीब थी, वहीं अब यह ₹98,000 को पार कर चुकी है। इससे पता चलता है कि समय के साथ गोल्ड ने स्थिर और मजबूत रिटर्न दिया है।
निष्कर्ष (Conclusion)
सोने की कीमतों में हाल की तेजी ने निवेशकों से लेकर आम जनता तक को सोचने पर मजबूर कर दिया है। ₹98,100 प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा दर्शाता है कि वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता का सीधा असर गोल्ड की कीमतों पर पड़ा है। अगर आप समझदारी से और समयबद्ध तरीके से निवेश करते हैं, तो गोल्ड आने वाले वर्षों में भी एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प बना रहेगा।
क्या आप भी इस तेजी का लाभ उठाना चाहते हैं? या फिर कीमतों के स्थिर होने का इंतजार करेंगे? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।
(स्रोत: बैंकबाजार, गुड रिटर्न्स, फोर्ब्स, पॉलिसीबाजार)