Sensex-Nifty
15 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने जबरदस्त तेजी दिखाई, जिसमें सेंसेक्स 1,750 अंक (2.32%) और निफ्टी 540 अंक (2.36%) चढ़कर क्रमशः 76,907 और 23,368 के स्तर पर पहुंच गया । यह तेजी निवेशकों के लिए एक राहत भरा दिन रहा, खासकर पिछले कुछ सत्रों में आई उतार-चढ़ाव के बाद।
लेकिन आखिर क्यों उछला बाजार? किन वजहों से मिली ये मजबूती? आइए, विस्तार से समझते हैं—
1. अमेरिकी टैरिफ में अस्थायी राहत का जोश
सबसे बड़ा कारण रहा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स पर टैरिफ में छूट का ऐलान। इसमें स्मार्टफोन, लैपटॉप और पीसी जैसे उत्पाद शामिल थे, जिससे ग्लोबल मार्केट में राहत की लहर दौड़ गई ।
- इस कदम को चीन के प्रति अमेरिका के रुख में नरमी के संकेत के तौर पर देखा गया।
- ऑटो सेक्टर को भी टैरिफ राहत मिलने की उम्मीद से टाटा मोटर्स जैसे शेयरों में जोरदार खरीदारी हुई ।
हालांकि, ट्रंप ने साफ किया कि यह “अस्थायी छूट” है और सेमीकंडक्टर जैसे उत्पादों पर नए टैरिफ जल्द आ सकते हैं ।
2. ग्लोबल मार्केट से मिले सकारात्मक संकेत
अमेरिकी बाजारों में तेजी का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ा:
- डॉव जोन्स 0.78%, S&P 500 0.79% और नैस्डैक 0.64% चढ़े ।
- एशियाई बाजारों में भी जापान का निक्केई, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग हरे निशान में रहे ।
3. बैंकिंग और हैवीवेट शेयरों ने बढ़ाई रफ्तार
- निफ्टी बैंक इंडेक्स 2.35% उछला, जिसमें HDFC बैंक और ICICI बैंक जैसे दिग्गजों ने 3% तक की बढ़त दर्ज की ।
- L&T, इंडसइंड बैंक और टाटा मोटर्स जैसे लार्जकैप शेयरों में भारी खरीदारी देखी गई ।
4. रुपये में मजबूती और VIX में गिरावट
- भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 39 पैसे मजबूत हुआ (85.71 प्रति डॉलर) ।
- इंडिया VIX (वॉलैटिलिटी इंडेक्स) 16.6% गिरकर 16.77 पर आया, जो निवेशकों के डर में कमी का संकेत है ।
5. सेक्टोरल रैली: ऑटो, मेटल और रियल्टी में धमाल
- निफ्टी रियल्टी 4%, निफ्टी ऑटो 3.5% और मेटल इंडेक्स 2.8% चढ़े ।
- 49/50 निफ्टी शेयर हरे निशान में बंद हुए, जिसमें इंडसइंड बैंक 6.67% के साथ टॉप गेनर रहा ।
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि 23,000 का स्तर निफ्टी के लिए अहम रेजिस्टेंस हो सकता है । हालांकि, टैरिफ नीतियों में अनिश्चितता और ग्लोबल मार्केट के रुख पर नजर रखनी होगी।
निवेशकों के लिए सलाह:
- शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स लेवल-बेस्ड स्ट्रैटेजी अपनाएं।
- लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स बैंकिंग, ऑटो और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर फोकस करें।
निष्कर्ष: आज की तेजी ग्लोबल सेंटीमेंट, टैरिफ राहत और सेक्टोरल खरीदारी का नतीजा थी। बाजार की यह चढ़त कब तक टिकेगी, यह अगले कुछ दिनों की घटनाओं पर निर्भर करेगा!
“बाजार का उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए एक परीक्षा है, जिसमें धैर्य और सूझबूझ ही सफलता की कुंजी है।”
अस्वीकरण: यह लेख सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। Source : Moneycontrol, Upstox, GoodReturns