Shree Ram Mandir को लेकर झूठी जानकारी देने पर केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Shree Ram Mandir

मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म को किया सचेत , राम मंदिर को लेकर गलत या भ्रामक जानकारी देने से बचें। केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी..

केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी – प्रभु श्री राम मंदिर का 22 जनवरी को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने वाला है। इस दिन के लिए देश ही नहीं वरन पूरी दुनिया में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। एक बार फिर सैकड़ों वर्षों बाद अयोध्या में श्रीराम मंदिर, श्री रामलला लोगों के बीच में सबसे ज्यादा चर्चा के विषय हैं। ऐसे में कई तरह की साइट्स व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राम मंदिर को लेकर गलत और भ्रामक जानकारियां दी जा रही है। केंद्र सरकार इस पर बहुत ही सख्त हो गई है। सरकार ने सभी मीडिया ग्रुप्स व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर श्रीराम मंदिर को लेकर भ्रामक खबरें देने को लेकर सचेत किया है।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा एडवाइजरी जारी

श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कई तरह की गलत या भ्रामक जानकारी विभिन्न टीवी चैनलों और सोशल मिडिया प्लैटफॉर्म पर चल रही हैं। इसको लेकर अब केंद्र सरकार सख्त एक्शन मोड में आ गई है। सरकार ने विभिन्न मीडिया आउटलेट्स, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से संबंधित झूठी या भ्रामक सामग्री प्रकाशित करने से सचेत कर दिया है।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा ये सलाह दी गई है। मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि हाल ही में यह देखने को मिला है कि कुछ असत्यापित, उत्तेजक और भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। ये संदेश सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं।

हाल ही में कुछ दिनों से असत्यापित, उत्तेजक व भ्रामक जानकारियां विभिन्न सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल की जा रही है। इस तरह की गलत जानकारियां देश के सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हैं।

अयोध्या में श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य गणमान्य और वीआईपी उपस्थित रहेंगे ।

टीवी चैनलों और समाचार पत्रों को संदेश

केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी में समाचार पत्रों, निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों और डिजिटल मीडिया पर समाचार प्रकाशकों से ऐसी किसी भी सामग्री को प्रकाशित और प्रसारित करने से परहेज करने को कहा गया है जो झूठी या हेरफेर की जा सकती है। मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि अभी कुछ असत्यापित, उत्तेजक और भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। ये भ्रामक संदेश सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं।

एडवाइजरी में कहा गया है, हम इन सबके बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को सलाह देते हैं कि वे ऊपर बताई गई जानकारी को प्रदर्शित या प्रकाशित न करें। सभी मीडिया ग्रुप्स व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर श्रीराम मंदिर को लेकर भ्रामक झूठी खबरें देने को लेकर सचेत रहे ।

इसे भी पढ़े –

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *